वैसे इस बीच सरकार को दिए गए निर्देश को लेकर अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने कोर्ट को ये आश्वासन दिया कि सरकार जल्द क्रिप्टोकरेंसी कारोबार की वैधता पर एक हलफनामा दायर करेंगी।
Crypto Scam से जुड़ा रेवेन्यू 2022 में 65% हुआ कम, क्या कीमतों में गिरावट का दिख रहा असर?
स्कैम से होने वाला रेवेन्यू काफी हद तक जनवरी, 2022 के बाद बिटकॉइन (Bitcoin prices) की कीमतों की तर्ज पर रहा है
Crypto Scams : इस साल अभी तक क्रिप्टो स्कैम्स से मिलने वाला रेवेन्यू घटकर 1.6 अरब डॉलर रह गया, जो जुलाई, 2021 के स्तरों से 65 फीसदी कम है। स्कैम से होने वाला रेवेन्यू काफी हद तक जनवरी, 2022 के बाद बिटकॉइन (Bitcoin prices) की कीमतों की तर्ज पर रहा है। ब्लॉकचेन डाटा फर्म Chainalysis की एक रिपोर्ट में ये बातें सामने आई हैं।
फ्रॉड्स के कम शिकार हो रहे लोग
वर्तमान में बिटकॉइन 23,451 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है, जबकि नवंबर, 2021 में उसने 68,500 डॉलर का ऑल टाइम हाई छूआ था।
बिटकॉइन: Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला अमिताभ बच्चन ने जितनी तेजी से कमाए 640 करोड़ रुपए, उतनी तेजी से गंवाए
बिटकॉइन में भारी उतार चढ़ाव का असर अभिनेता अमिताभ बच्चन पर भी पड़ा है, जिनको इसमें निवेश से अचानक हुआ सारा फायदा कुछ ही दिन में लुप्त हो गया। बिटकॉइन में हाल में तेजी के चलते उससे जुड़ी एक गुमनाम सी कंपनी में बच्चन की छोटी हिस्सेदारी को 10 करोड़ डालर (640 करोड़ रुपए) से अधिक का लाभ हुआ था लेकिन इस आभासी मुद्रा की विनिमय दर में पिछले कुछ दिन में आयी गिरावट से वह लाभ उससे भी कहीं तेजी से गायब हो गया। बीएसई के रिकार्ड के अनुसार जून 2014 से ही बच्चन इस कंपनी स्टेंपेडे कैपिटल में एक प्रतिशत या इससे अधिक शेयरधारकों वाली सूची में हैं हालांकि इसकी मात्रा में बदलाव होता रहा है। इसके अनुसार 20 जून 2014 को बच्चन की कंपनी में 3.39 प्रतिशत हिस्सेदारी थी जो कि उस समय की कीमत के अनुसार लगभग नौ करोड़ रुपये की हो सकती है। इस समय इस हिस्सेदारी की कीमत आधी होकर लगभग 4.7 करोड़ रुपये रह गई है।
Bitcoin के एक बड़े ट्रांजैक्शन से सामने आए इसके शुरुआती एड्रेस
प्राइस गिरने के कारण बिटकॉइन माइनर्स के लिए मुनाफा कमाना मुश्किल हो गया है
खास बातें
- ये बिटकॉइन एक एक्सचेंज के एड्रेस पर नहीं भेजे गए थे
- इस वजह से माइनर की ओर से बिकवाली का दबाव नहीं था
- माइनिंग से बिटकॉइन प्राप्त करने की कोशिश में लाखों माइनर्स जुटे हैं
Bitcoin को लेकर हाल ही में एक दिलचस्प घटना हुई है. बिटकॉइन माइनिंग छोड़ चुके एक व्यक्ति ने पिछले कई वर्षों से निष्क्रिय पड़े अपने वॉलेट से 1,100 से अधिक बिटकॉइन ट्रांसफर किए थे. बिटकॉइन की इस बड़ी ट्रांजैक्शन के बावजूद मार्केट पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ा लेकिन इससे इस क्रिप्टोकरेंसी के शुरुआती दौर के एड्रेस कई वर्ष के बाद दोबारा नजर आए हैं.
इस ट्रांजैक्शन में "zvsd" और "r6YT" से समाप्त होने वाले एड्रेस पर बिटकॉइन भेजे गए थे. ऑन-चेन डेटा के अनुसार, ये बिटकॉइन एक एक्सचेंज के एड्रेस पर नहीं भेजे गए थे और इस वजह से माइनर की ओर से बिकवाली का दबाव नहीं था. ऐसा माना जा रहा है कि इस फंड में से लगभग आधा एक कस्टोडियल सर्विस को जाएगा क्योंकि बिटकॉइन प्राप्त करने वाले एड्रेस Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला में से एक का इस्तेमाल कई डिजिटल सिग्नेचर की ओर से किया जा सकता है. आमतौर पर इस फीचर को कस्टोडियल सर्विसेज से जुड़े वॉलेट्स पर देखा जाता है. बिटकॉइन माइनर्स की एक्टिविटीज अचानक बढ़ने का एक कारण बड़ी संख्या में इन माइनर्स का अपने कामकाज को बंद करना हो सकता है. बिटकॉइन का प्राइस गिरने के कारण माइनर्स के लिए मुनाफा कमाना मुश्किल हो गया है. इस क्रिप्टोकरेंसी का प्राइस 28,000 डॉलर से नीचे जाने Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला पर माइनिंग में मुनाफा कमाना मुश्किल हो जाता है.
Crypto एक्सचेंज ने 68 डॉलर रिफंड के बजाए कस्टमर को दिए 72 लाख डॉलर
एक्सचेंज के ऑडिट में इस गलती का पता चला था
खास बातें
- इस मामले में कस्टमर ने एक्सचेंज को अधिक रकम मिलने की सूचना नहीं दी थी
- कस्टमर Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला ने रकम एक ज्वाइंट एकाउंट में ट्रांसफर कर दी थी
- रकम वापस लेने के लिए Crypto.com ने कोर्ट में मुकदमा दायर किया है
Crypto मार्केट में एक रोचक मामला सामने आया है. बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल Crypto.com ने ऑस्ट्रेलिया के एक कस्टमर को 68 डॉलर (लगभग 5409 रुपये) के रिफंड के बजाय गलती से लगभग 72 लाख डॉलर ट्रांसफर कर दिए थे. एक्सचेंज को यह गलती होने के सात महीने तक इसका पता नहीं चला और इसकी जानकारी मिलने तक इस रकम का एक हिस्सा खर्च हो चुका था.
स्थानीय मीडिया की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले वर्ष मई में एक एंप्लॉयी के पेमेंट की रकम की जगह एकाउंट नंबर टाइप करने से इतनी बड़ी रकम ट्रांसफर हुई थी. इसके बाद दिसंबर में ऑडिट के दौरान इस गलती का पता चला था. इस मामले में कस्टमर Thevamanogari Manivel ने एक्सचेंज को गलत रिफंड की सूचना देने के बजाय एक ज्वाइंट एकाउंट में रकम ट्रांसफर कर दी थी और अपनी बहन के लिए एक लग्जरी अपार्टमेंट खरीदने पर लगभग नौ लाख डॉलर खर्च किए थे. कस्टमर से अपनी रकम वापस लेने के लिए Crypto.com ने विक्टोरिया सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर किया है.
“भारत में क्रिप्टोकरेंसी वैध है या नहीं?, नियमों को स्पष्ट करे केंद्र सरकार” – सुप्रीम कोर्ट
Supreme Court on Cryptocurrency (Bitcoin): इस साल बजट 2022 के बाद से ही देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर तमाम अटकलें और आशंकाओं के दौर शुरू हो चुके हैं। और अब देश की सर्वोच्च अदालत (सुप्रीम कोर्ट) ने भारत सरकार से क्रिप्टोकरेंसी पर अपना रुख़ स्पष्ट रूप से देश के सामने पेश करने के लिए कहा है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा शुक्रवार को केंद्र सरकार को निर्देश दिए गए कि वह ये साफ़ करे कि बिटकॉइन (Bitcoin) भारत में वैध है या नहीं?
ऐसी तमाम ख़बरें सबसे पहले पाने के लिए जुड़ें हमारे टेलीग्राम चैनल से!: (टेलीग्राम चैनल लिंक)
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 628