चीन की सख्ती के बाद क्रिप्टोकरेंसी में हलचल, अब भी 1 बिटक्वाइन 31 लाख रुपए के बराबर
क्रिप्टोकरेंसी पर चीन सरकार की सख्ती बढ़ गई है। दरअसल, चीन के पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने क्रिप्टोकरेंसी से लेनदेन को अवैध करार दिया है। इस खबर के बाद मुख्य क्रिप्टोकरेंसी-बिटक्वाइन, ईथर, डॉगकोइन के भाव.
क्रिप्टोकरेंसी पर चीन सरकार की सख्ती बढ़ गई है। दरअसल, चीन के पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने क्रिप्टोकरेंसी से लेनदेन को अवैध करार दिया है। इस खबर के बाद मुख्य क्रिप्टोकरेंसी-बिटक्वाइन, ईथर, डॉगकोइन के भाव में बड़ी गिरावट आई है।
क्या कहा बैंक ने: चीन के सेंट्रल बैंक ने बताया है कि वित्तीय संस्थानों, भुगतान कंपनियों और इंटरनेट फर्मों को क्रिप्टोकरेंसी से लेनदेन पर रोक लगा दिया जाएगा। इसके साथ ही इस तरह की गतिविधियों से होने वाले जोखिम की निगरानी बढ़ाने की योजना है। चीन के सेंट्रल बैंक की ओर से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर ये पहला सख्त फैसला है। इससे पहले, चीन की स्टेट काउंसिल या कैबिनेट ने मई के महीने में वित्तीय जोखिमों को दूर करने के प्रयासों के तहत क्रिप्टो माइनिंग और ट्रेडिंग पर नकेल कसने को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी।
क्रिप्टोकरेंसी धड़ाम: इसके बाद बिटक्वाइन की कीमत में 4.6 फीसदी तक की गिरावट आई है। इसकी वैल्यू भारतीय रुपये के हिसाब से करीब 31 लाख है। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर की कीमत में भी करीब 8 फीसदी की गिरावट आई है। आपको बता दें कि भारत में भी निवेशकों की दिलचस्पी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बढ़ रही है। हालांकि, केंद्रीय रिजर्व बैंक इस करेंसी को लेकर आशंकित है।
बीते दिनों आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि हम क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चिंतित है। हमने भारत सरकार को इस चिंता से अवगत भी करा दिया BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है है। अब इस पर सरकार को फैसला करना है।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी: ये डिजिटल मुद्रा है, इसे आप न तो छू सकते हैं और न ही देख सकते हैं। मुख्यतौर पर इसे ब्लॉकचेन सॉफ़्टवेयर के जरिए इस्तेमाल किया जाता है। इस करेंसी पर किसी भी देश के केंद्रीय बैंक का नियंत्रण नहीं होता है।
एक महीने में बिटकॉइन (Bitcoin) ने डुबोए 6 लाख करोड़ रुपए, आधी रह गईं कीमतें
दिसंबर में अपनी उफनती कीमतों के कारण चर्चा में आया बिटकॉइन (Bitcoin) अब नुकसान के कारण खबरों में है।
Written by: India TV Paisa Desk
Published on: January 19, 2018 12:32 IST
एक महीने में बिटकॉइन (Bitcoin) ने डुबोए 6 लाख करोड़ रुपए, आधी रह गईं कीमतें
नई दिल्ली। दिसंबर में अपनी उफनती कीमतों के कारण चर्चा में आया बिटकॉइन (Bitcoin) अब नुकसान के कारण खबरों में है। लुढ़कती कीमतों ने बिटकॉइन में निवेश करने वालों को तगड़ा झटका दिया है। पिछले 4 हफ्तों से Bitcoin की कीमतें घट कर आधी रह गई हैं। बुधवार रात को बिटकॉइन की निम्नतम कीमत 9311 डॉलर दर्ज की गई है। नुकसान की बात करें तो अब तक निवेशकों के 6 लाख करोड़ से ज्यादा डूब चुके हैं। एक महीने की गिरावट पर गौर करें तो यह अपने उच्चतम स्तर से करीब 47 फीसदी से अधिक टूट चुका है।
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दर असल Bitcoin जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी पर दक्षिण कोरिया द्वारा बैन लगाने की आशंका के चलते इसमें गिरावट देखने को मिल रही है। दक्षिण कोरिया के वित्त मंत्री किम डोंग येऑन ने कहा है कि क्रिप्टोकरंसी पर पाबंदी का विकल्प खुला हुआ है। कॉइनमार्केटकैप के अनुसार अन्य दिग्गज क्रिप्टोकरंसी में भी गिरावट देखने को मिली है। ईथिरियम में 28 फीसद की कमजोरी आई है, जबकि बिटकॉइन कैश 31 फीसद कमजोर हुआ है। वहीं, लाइटकॉइन 29 फीसद, डैश 24 फीसद और मोनेरो 30 फीसद कमजोर हुआ हैं। इसी तरह रिपल में 40 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है।
बिटकॉइन क्या है?
बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का एक प्रकार है, यह एक डिजिटल करेंसी है और करेंसी की यूनिट निर्माण को रेगूलेट करने तथा फंड ट्रांसफर को प्रमाणित करने के लिए इसमें एनक्रिप्शन टेक्निक का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसा धन है, जिसका कोई भौतिक स्वरूप नहीं होता लेकिन इसमें कई सारे कोड होते हैं। बिटकॉइन के बारे में सबसे ज्यादा रोचक बात यह है कि दुनियाभर के बहुत से केंद्रीय बैंकों ने इसे कानूनी मान्यता प्रदान नहीं की है। संक्षेप में कहें तो बिटकॉइन एक ऐसा धन है जिसकी कोई भौतिक उपस्थिति नहीं हैं और इसकी कोई सॉवरेन वैल्यू भी नहीं है। यह केवल एक डिजिटल और प्राइवेट करेंसी है।
किसने की Bitcoin की खोज?
इसके बारे में किसी को कुछ भी स्पष्ट तौर पर पता नहीं है। एक व्यक्ति जिसका नाम सतोशी नाकामोतो है उसने 2009 में बिटकॉइन की शुरुआत की। शायद यह सरकारी रेगूलेशन से मुक्त एक समानांतर करेंसी सिस्टम बनाने का एक प्रयास था। सतोशी नाकामोतो के पास वर्तमान में लगभग 7.5 अरब डॉलर की करेंसी होने का अनुमान है।
बिटकॉइन कैसे काम करता है?
एक्सचेंज पर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए बिटकॉइन का ट्रेड होता है। ब्लॉकचेन एक डिजिटल और सार्वजनिक लेजर है जिसके जरिये डिजिटल करेंसी में किए गए ट्रांजैक्शन को क्रोनोलॉजिकली और सार्वजनिक तरीके से रिकॉर्ड किया जाता है।
क्या है जो बिटकॉइन को वांछनीय बनाता है?
कुछ लोगों को मानना है कि चूंकि यह एक प्राइवेट और डिजिटल करेंसी है। इसके अलावा बिटकॉइन में ट्रेड करना किसी भी अंतरराष्ट्रीय सीमा से मुक्त है। कोई भी इसे कभी भी खरीद सकता है और बिना किसी डिजिटल ट्रांजैक्शन फीस के ट्रेडिंग किया जा सकता है।
यदि यह वास्तविक मुद्रा नहीं है तो यह कैसे काम करती है?
बिटकॉइन का कोई कानूनी मूल्य नहीं है और इसके पीछे कोई फंडामेंटल नहीं है। लेकिन फिर भी कई ई-कॉमर्स कंपनियां जैसे भारत में फ्लिपकार्ट और मेकमायट्रिप बिटकॉइन से अपने वाउचर प्रोग्राम को खरीदने की अनुमति देती हैं। पूरी दुनिया में ऐसे कई मर्चेंट्स हैं जो अपने उत्पादों या सेवाओं के बदले बिटकॉइन स्वीकार कर रहे हैं। आप बिटकॉइन से पिज्जा खरीद सकते हैं या ब्यूटी पार्लर में सर्विस हासिल कर सकते हैं।
समस्या क्या है?
समस्या यह है कि दुनिया के कई हिस्सों में बिटकॉइन गैरकानूनी है। चूंकि इसका कोई मूल्य नहीं है ऐसे में यह एक बुलबुले की तरह है और यह किसी भी समय फूट सकता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि यदि ऐसा होता है तो वास्तविक धन के नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार होगा।
आप कैसे खरीद सकते हैं बिटकॉइन को?
कोई भी बिटकॉइन को विभिन्न एप्स के माध्यम से खरीद सकता है। बिटकॉइन एक्सचेंज और इससे मिलतेजुलते नाम से कई एप बनी हुई हैं। यह एप लोगों को बिभिन्न मुद्रा में बिटकॉइन को खरीदने या बेचने की सुविधा देती हैं। Mt Gox सबसे बड़ा बिटकॉइन एक्सचेंज है। भारत में Zebpay, Coinsecure और Unocoin लोकप्रिय बिटकॉइन ट्रेडिंग एप्स हैं।
cryptocurrency
बिटकॉइन image
bitcoin एक vartual currency है जो पूरी तरह से online रूप में पाई जाती है जिसे कोई देख नहीं सकता आज के समय में मार्केट में सबसे ज्यादा प्रचलित है आज इस ब्लॉग में bitcoin से जुड़ी सब जानकारी प्राप्त करेंगे
bitcoin क्या है
bitcoin एक अंग्रेजी शब्द crypto है जिसका अर्थ ‘गुप्त ‘है’ bitcoin क्रोटोग्राफी पर आधारित है क्रिप्टोग्राफी का अर्थ होता है कोडिंग language को सुलझाने की कला! bitcoin को satosi nakamoto ने २००८ में बनाया था जिसे २००९ मे लॉन्च किया गया |
bitcoin कैसे प्रोडूस होता है |
bitcoin produse करना आसान नहीं है इसमें काफी मेहनत लगती है जिसे माइनिंग mothod से produse किया जाता है minore इस cryptography को solve करके इसे एक block में रखा जाता है जिसे blockchain कहते hai
bitcoin में invest और trade कैसे kare
bitcoin में trade और invest करना बहोत आसान है playstore pr बहोत सारे app available है उनमे से एक coinbdx भी है इस app से हम bitcoin खरीद सकते है उसमे इन्वेस्ट कर सकते है और ट्रैड कर सकते है
bitcoin के uses
bitcoin का इस्तेमाल हम ऑनलाइन ट्रांसेक्शन के लिए किया जाता है ये peer-to-peer नेटवर्क पर काम करता है bitcoin से हम कुछ भी खरीद और बेंच सकते है जो पूरी तरह से secure होता है जिसकी जानकारी किसी भी बैंक के पास नहीं रहता |
bitcoin की keemat
bitcoin आज की कीमत आज की समय में बहोत ज्यादा है इसकी कीमत किसी देश की currency से कई गुना ज्यादा है ये पूरी तरह से ऑनलाइन है तो इसकी कीमत कभी भी कम ज्यादा होती रहती है ये स्थिर नहीं रहती है
bitcoin क्या है और कैसे काम करता है
bitcoin एक vartual currency है
bitcoin की आज क्या कीमत है
आज bitcoin की कीमत 3953729hai
bitcoin को कैसे खरीदे
bitcoin को हम ऑनलाइन खरीद सकते है इसे खरीदने के लिए कही
cryptocurrency क्या है ?ये कैसे काम करती है
cryptocurrency का उपयोग वित्तया लेन देन के लिए किया जाता है !
cryptocurrency क्या है ?
cryptocurrency क्या है ?
करेंसी की बात जहा आती है हमें तुरंत ध्यान में आता है पैसे रुपया नॉट सिक्का डॉलर रियाल आदि …लेकिन जब cryptocurrency की बात आती तो लोगो के मन में यही आता होगा ये भी ऐसा ही होगा पर ऐसा नहीं है cryptocurrency किसी सिक्के या नोट के रूप में नहीं पाया जाता ये पूरी तरह से डिजिटल होता है जो की क्रिप्टोग्राफी द्वारा secuare होता है और इसे कोई भी कॉपी नहीं कर सकता !
cryptocurrency कैसे काम करती hai?
cryptocurrency पूरी तरह से computer algoritham पर काम करती है जो की क्रिप्टोग्राफी द्वारा सेक्युअर होता है जिसे कोई भी कॉपी नहीं कर सकता इसके लिए एक सुपर कंप्यूटर की जरूरत पढ़ती है ये सारे कंप्यूटर peer-to-peer network के साथ जुडी होती है इस cryptocurrency द्वारा जो भी लेन देन होता है उसे mining कहा जाता है और जो लोग इस mining पे नजर रखते है उसे minor कहते है जब किसी के द्वारा mining होता है तो ये minor उसे एक क्रिप्टोग्राफीकोड से एक ब्लॉक में secure किया जाता है जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता
cryptocurrency की वैल्यू
currency की बात करे तो इसकी अपनी ही एक कीमत होती है जिसके पास कितने पैसे है इसकी पूरी जानकारी बैंक के पास होती है और उसका पूरा कंट्रोल सरकार के पास होता है पर क्रिप्टोकोर्रेंसी के मामले में ऐसे नहीं है ये पूरी तरह से secure होता है इसकी जानकारी किसी भी सरकार या बेंको को नहीं होती ये पूरी तरह से uncentralized है
cryptocurrency का लेन देन
cryptocurrency से किसी भी चीज को खरीदा तथा बेचा जा सकता है इस currency का उपयोग हम इन्वेस्टिंग ट्रेडिंग में भी कर सकते है ये बहोत ही आसान और सरल है ये पूरी तरह ऑनलाइन होता है
cyptocurrency के फायदे
cryptocurrency के बहोत से फायदे है जैसे कि ….
(१)इस पर किसी की सरकार या बैंक का control नहीं होता (२)इसमें आप इन्वेस्टिंग बढ़ी आसानी से कर सकते है (३)ट्रेंडिंग करना बहोत आसान है ये सब करने के लिए हमें कही जाने की जरूरत नहीं है ये पूरी तरह से ऑनलाइन होता और हम ये सब घर बैठे मोबाइल से कर सकते hai
cryptocurrency के नुक्सान
जहाँ इस currency के फायदे है वही दूसरी और इसके नुक्सान भी है …(१)इस करेंसी की वैल्यू कभी भी बढ़ सकती है कभी भी काम हो सकती है (२)ये currency पूरी तरह से digital है तो cybercrime भी हो सकता है(३)इस करेंसी का इस्तेमाल लोग गैरकानूनी काम करने लिए कर सकते है
क्या? cryptocurrency लीगल है
cryptocurrency लीगल है तो जवाब ‘हां’ या ‘न’ दोनों है कई देशो में ये पूरी तरह से लीगल है तो कही नहीं है कई देशो का कहना है की इस करेंसी पर बैन लगा देना चाहिए कई देश तो इस currency पे पूरी तरह से समर्थन दिए हुए है अब बात आती क्या भारत में लीगल है तो जवाब है ‘है’ भारतीय नागरिको द्वारा इसमें रुचि और इसमें बढ़ जड़कर इन्वेस्टिंग करते देख भारत सरकार ने इसे लीगल कर दिया है
cryptocurrency क्या hai?
cryptocurrency एक डिजिटल करेंसी है ये पूरी तरह से uncentralized है जिसपर सरकार या बैंक का कंट्रोल नहीं होता
सबसे महंगी cryptocurrency कौन सी hai
सबसे महंगी cryptocurrency bitcoin है
about us
गुड मॉर्निंग दोस्तों …..मेरे वेबसाइट पर आपका सवागत है
इस वेबसाइट पर आपको डिजिटल करेंसी हर BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है खबर आपको को मिलेगी .मेरा नाम अतहर अली मनिहार है .में २४ साल का हु मै मुंबई के नालासोपारा इलाके का रहिवासी हु .नालासोपारा जिला पालघर में आता है !में पिछले २४ सालो से यही इसी शहर में रह रहा हु .मेरी फॅमिली में मै मेरे दो भाई मम्मी पापा और एक बहन है घर में मेरी बहन सबसे बढ़ी है उनकी शादी हो चुकी है उनसे छोटा में फिर मेरे दो भाई है .BitCoin इस्तेमाल करना क्या गैरकानूनी है पढाई की बात करू तो में अपनी १२ की पढ़ाई पूरी कर चूका हु .अब में गारमेंट इंडस्ट्री में काम करता हु वहा मेरा काम फिनिसिंग का होता है ..काम काफी अच्छा है मैंने ये वेबसाइट इसलिए बनाई ताकि इससे मैं कुछ नई चीजे सीख सकु कुछ नई स्किल सीख सकु …
Cryptocurrency: जय कोटक ने आनंद महिंद्रा का किया समर्थन, कहा- 'भारत में क्रिप्टो के रेगुलेशन की तत्काल आवश्यकता'
महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में अपने निवेश के फर्जी दावों का भंडाफोड़ किया है।
महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में अपने निवेश के फर्जी दावों का भंडाफोड़ किया है। इस बीच क्रिप्टो को लेकर जागरूकता अभियान में कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के एसोसिएट वीपी जय कोटक (Jay Kotak) भी शामिल होने वाले हैं। अरबपति बैंकर उदय कोटक (Uday Kotak) के बेटे जय कोटक ने रविवार को ट्विटर के जरिये भारत में क्रिप्टो को विनियमित करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया।
जय कोटक ने कहा कि "भारत में क्रिप्टो के रेगुलेशन की तत्काल आवश्यकता है। हम विज्ञापनों, व्हाट्सएप और तेजी से पैसा कमाने या कैशबैक के बारे में फर्जी खबरों से घिरे हुए हैं। कई बिना समझे निवेश कर रहे हैं। मनी लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा या अवैध भुगतान पर कोई कठोर नियंत्रण नहीं है।"
दरअसल, जय कोटक की यह प्रतिक्रिया इस हफ्ते की शुरुआत में आनंद महिंद्रा द्वारा किए गए एक ट्वीट के संबंध में आई है। बता दें, बीते 19 नवंबर को आनंद महिंद्रा ने क्रिप्टोकरंसी इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म (cryptocurrency investment platform) का उपयोग करके बहुत सारे पैसे कमाने का दावा करने वाली रिपोर्टों को साझा किया। इन दावों के खुलासे में महिंद्रा ने बताया कि क्रिप्टो में उन्होंने एक भी रुपये का निवेश नहीं किया है।
आनंद महिंद्र ने फर्जी रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट शेयर किया था जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने एक क्रिप्टो कॉइन ऑटो-ट्रेडिंग प्रोग्राम (crypto coins auto-trading programme) 'बिटकॉइन एरा (Bitcoin Era)' के इस्तेमाल से पैसा कमाया था। रिपोर्ट में यह भी हाइलाइट किया गया कि वह ऑटो-पायलट मोड पर दस हजार डॉलर कमा रहे हैं। फेक न्यूज का भंडाफोड़ करते हुए महिंद्रा ने कहा कि लोगों को जागरूक करना जरूरी है कि रिपोर्ट पूरी तरह से मनगढ़ंत और फर्जी है।
एक दूसरे ट्वीट में जय ने कहा, "यह इस बारे में नहीं है कि क्रिप्टो अच्छा है या बुरा, बल्कि 10 साल से कम उम्र के एसेट क्लास को नियामक ग्रे जोन के तहत संचालित करने की अनुमति देने के बारे में है। क्रिप्टोकरेंसी के आसपास नियंत्रण की कमी और दुर्भावनापूर्ण रूप से प्रोत्साहन देने वाले विज्ञापन एक 'आपदा' बन सकते हैं।"
हो सकता है, केंद्र संसद के आगामी मानसून सत्र में क्रिप्टोकरेंसी पर एक विधेयक पेश करेगा। 13 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी के लिए आगे बढ़ने के रास्ते पर एक बैठक की अध्यक्षता भी की थी। सूत्रों के अनुसार यह बैठक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा की गई एक परामर्श प्रक्रिया के बाद आयोजित की गई थी।
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क को सूत्रों से यह पता चला है कि केंद्र सरकार जल्द ही क्रिप्टोकरेंसी को एक 'एसेट क्लास' के रूप में स्थान दे सकती है। बता दें, एसेट क्लास समान विशेषताओं वाले उपकरणों का एक समूह है और समान नियमों द्वारा शासित होते हैं। इसका मतलब यह है कि क्रिप्टोकरेंसी को स्टॉक और बॉन्ड जैसी अन्य ट्रेडेबल एसेट के रूप में माना जा सकता है। हालांकि केंद्र इसे कानूनी टेंडर के रूप में मान्यता नहीं दे सकता है, लेकिन केंद्र ने इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने से इनकार किया है।
Future of Bitcoin in India (बिटकॉइन का भारत में भविष्य)
Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program“.
2009 से आर्थिक क्षेत्र में बदलाव को ले कर एक तकनीक की शुरुआत हुई जिसे हम ब्लॉकचेन और बिटकॉइन के नाम से जानते हैं।बिटकॉइन के जनक सातोशी नाकामोटो को न तो कोई जानता है और न ही किसी ने उन्हें देखा है लेकिन कई तकनीकों के बेजोड़ मेल से सातोशी ने जिस तकनीक और बिटकॉइन को बनाया वह बिना किसी के हस्तक्षेप के पिछले दस सालों से सफलतापूर्व चल रहा है।
दुनिया के कई देशों ने बिटकॉइन को ले कर कानून बनाए और क़ानूनी तौर पर इसका लेनदेन वहां हो रहा है और यहां तक की एटीएम के द्वारा भी आप कई देशों से बिटकॉइन का लेनदेन कर सकते हैं साथ ही वस्तु या सेवाओं के लेनदेन के लिए भी इसका इस्तेमाल हो रहा है।
अगर हम भारत देश की बात करें तो यहां पर बिटकॉइन के बारे में 2013 में पता चलना शुरू हुआ।ज्यादा जानकारी न होने के कारण कुछ लोगों ने इसमें निवेश किया और थोड़ी सी कीमत बढ़ने पर बेच दिया।इसी बीच कुछ लोग जो बिटकॉइन की जानकारी रखते थे उन्होंने मल्टी लेवल मार्किटिंग के द्वारा बिटकॉइन की कुछ योजनाएं शुरू की और इनके कारण बहुत से लोगों ने अपने निवेश का नुक्सान भी किया और इसकी जानकारी भी प्राप्त की।धीरे धीरे इंटरनेट के माध्यम से भारत में क्रिप्टो की जागरूकता पैदा हुई और क्रिप्टो के लेनदेन के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज भी भारत में शुरू हुई।
क्योंकि क्रिप्टो एक बहुत नया विषय था और इस बारे में सरकार के पास संपूर्ण जानकारी नहीं थी और न ही क्रिप्टो पर कोई सरकारी कर (टैक्स)था था इस लिए क्रिप्टो पर कोई कानून नहीं बना और 2017 में भारतीय रिज़र्व बैंक ने क्रिप्टो लेनदेन के लिए बैंक की सेवा देने से मना कर दिया।यह एक ऐसा मौका था जब कई क्रिप्टो प्रोजेक्ट बंद हुए और कई क्रिप्टो एक्सचेंज भी बंद हो गई।एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद मार्च 2020 में सर्वोच्च न्यायालय ने रिज़र्व बैंक की रोक को अनुचित करार देते हुए इसे हटा दिया।आज कोई भी भारतीय अपने बैंक से क्रिप्टो एक्सचेंज पर पैसा जमा कर सकता है और क्रिप्टो खरीद कर ट्रेड कर सकता है और क्रिप्टो को बेच कर अपने खाते में पैसा ले सकता है।
भारत में बिटकॉइन और क्रिप्टो का भविष्य क्या है?
भारत सरकार ने क्रिप्टो पर कानून बनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया था जो अपनी सिफारिशें सरकार को दे चुकी है और इस विषय पर सरकार एक क्रिप्टो बिल नवम्बर में लोकसभा में पेश कर सकती है।
अगर यह बिल बिटकॉइन और क्रिप्टो के पक्ष में आता है तो हम क्रिप्टो के एक नए युग की शुरुआत भारत में देख पाएंगे और उसका कारण है ब्लॉकचेन कि दुनिया में भारतीयों का योगदान।आज भारत के कई आईटी शहर ब्लॉकचेन का हब बन चुके हैं और दुनिया भर के क्रिप्टो प्रोजेक्ट पर भारतीय कंपनिया काम कर रही हैं और सरकार अगर सकारात्मक सोच से साथ बिटकॉइन पर बिल लाती है तो तुरंत लाखों नोकरीया पैदा होगी।दूसरा सबसे बड़ा बदलाव आएगा निवेशक के तौर पर आम जनता में एक विश्वास पैदा होगा और उन्हें बिटकॉइन में निवेश का मौका मिलेगा जो डर रहित होगा यानि उन्हें यह डर नहीं होगा की उनका निवेश गैर कानूनी है।इस से लोगों में एक जागरूकता आएगी और लोग निवेश के इस नए विकल्प को जानेगे और समझेंगे।महिंद्रा ग्रुप और टाटा समूह पहले से ही क्रिप्टो और ब्लॉकचेन की दुनिया में प्रवेश कर चुका है।हाल ही में सुभाष चंद्र गर्ग ने भी यह माना है कि सरकार कॉमोडिटी यानि शेयर ट्रेडिंग की तरह बिटकॉइन को मान्यता दे सकती है।अगर इस दिशा में सही काम हुआ तो भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में भी बिटकॉइन की ट्रेड को देख पाएंगे और निवेश के तौर पर बैंक भी बिटकॉइन में निवेश करने की सुविधा दे सकते हैं।इस बारे में टाटा समूह पहले ही घोषणा कर चुका है।बिटकॉइन को क़ानूनी मान्यता देने से भविष्य में सरकार को इसकी ट्रेडिंग से बहुत बड़े स्तर पर टैक्स भी प्राप्त होगा।जब बिटकॉइन को आसानी से बैंक या एक्सचेंज से ख़रीदा जा सकेगा तो जो सबसे बड़ा फायदा होगा वह यह होगा की निवेशकों को सही कीमत पर बिटकॉइन मिल सकेगा और कालाबाज़ारी करने वालों पर पूर्ण रोक लग जाएगी।
भविष्य में बिटकॉइन तकनीक पर स्कूल और कॉलेज में अगर शिक्षा दी जाए तो शुरू से ही बच्चे इस विषय को समझ पाएंगे और इस दिशा में अपना भविष्य भी बनाने की सोच पाएंगे क्योंकि बिटकॉइन,क्रिप्टो और ब्लॉकचेन भविष्य की तकनीक है और भारत सरकार का सही निर्णय इस क्षेत्र में भारतीयों को बहुत आगे ले जा सकता है और यह बात दुनिया के बड़े क्रिप्टो ब्रांड भी जानते हैं कि भारत में क्रिप्टो का भविष्य बहुत उज्वल है यही कारण है कि भारत में निवेश करने के लिए कई बड़े क्रिप्टो प्रोजेक्ट पहले से ही तैयार है।हाल ही में बाइनेंस ने IMAI की सदस्यता ली है जिसके पीछे उनका उदेश्य भारत सरकार को बिटकॉइन और क्रिप्टो के बारे में सही मागदर्शन करना है ताकि सरकार इस विषय पर सही निर्णय ले सकें।
किसी भी विषय को जानने के लिए सबसे जरुरी है उस विषय पर शिक्षा और ज्ञान होना और क्रिप्टो जैसे विषय पर सही जानकारी दे कर इस क्षेत्र में नए उद्योगपति उभरने की प्रबल संभावनाएं हैं।यह एक ऐसा समय है जब क्रिप्टो की दुनिया में अगर भारत और भारत वासियों को सही जानकारी,मार्गदर्शन,सहयोग और सही दिशा दे दी जाए तो डिजिटल भारत का पूरी दुनिया में नाम हो सकता है और भारतीयों को एक एक नई ओद्योगिक क्रांति में आगे बढ़ने का अवसर मिल सकता है।
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