FTX के बाद Binance ने बढ़ाई चिंता, इसके रिकॉर्ड मार्केट शेयर से घबराहट, समझें पूरा मामला
एफटीएक्स (FTX) की प्रतिद्वंद्वी बाईनेंस (Binance) को लेकर क्रिप्टो मार्केट में हलचल मची हुई है। सैम बैंकमैन-फ्रायड (Sam Bankman-Fried) के क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के ढहने के बाद Changpeng Zhao के बाईनेंस के क्रिप्टो मार्केट में दबदबे को लेकर चिंताएं बढ़ गई
Binance के प्रवक्ता ने ई-मेल के जरिए जानकारी दी कि सोमवार से बुधवार के बीच क्रिप्टो निवेशकों ने 600 करोड़ डॉलर की नेट निकासी की और बिना किसी दिक्कत के ग्राहकों के उनके पैसे दिए गए। (Image- Reuters)
एफटीएक्स (FTX) की प्रतिद्वंद्वी बाईनेंस (Binance) को लेकर क्रिप्टो मार्केट में हलचल मची हुई है। सैम बैंकमैन-फ्रायड (Sam Bankman-Fried) के क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स के ढहने के बाद Changpeng Zhao के बाईनेंस के क्रिप्टो मार्केट में दबदबे को लेकर चिंताएं बढ़ गई। अब ताजा मामला यह है कि शुक्रवार को एकाउंटिंग फर्म Mazars Group ने बाईनेंस एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? और अन्य क्रिप्टो कंपनियों के कामकाज को रोक दिया था। क्रिप्टो से एकाएक तेज निकासी को संभालने के लिए जरूरी रिजर्व को होल्ड करने की रिपोर्ट पर एकाउंटिंग फर्म ने ऐसा किया था।
वहीं बाईनेंस के को-फाउंडर और सीईओ झाओ लगातार दुहरा रहे हैं कि एफटीएक्स की तरह वह अपने ग्राहकों के पैसे का गलत तरीके से इस्तेमाल नहीं करती है। झाओ ने यह भी कहा कि निवेशक कितने भी पैसों की निकासी करें, उनका एक्सचेंज इसे प्रोसेस कर सकता है।
ट्रेडिंग-डीमैट पर SEBI ने बदले नियम, ये काम नहीं किया तो बंद हो जाएगा अकाउंट
अगर आप ट्रेडिंग या डीमैट खाताधारक हैं तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, शेयर मार्केट को रेग्युलेट करने वाली संस्था सेबी ने एक सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर में सेबी ने कहा कि मौजूदा योग्य ट्रेडिंग और.
अगर आप ट्रेडिंग या एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? डीमैट खाताधारक हैं तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल, शेयर मार्केट को रेग्युलेट करने वाली संस्था सेबी ने एक सर्कुलर जारी किया है। इस एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? सर्कुलर में सेबी ने कहा कि मौजूदा योग्य ट्रेडिंग और डीमैट खाताधारकों को 31 मार्च 2022 तक नॉमिनेशन का विकल्प देना होगा। ऐसा नहीं करने पर उनके ट्रेडिंग और डीमैट खाते पर रोक लगा दी जाएगी।
1 अक्टूबर से ये बदलाव: इसके अलावा एक अक्टूबर से नया ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलने वाले निवेशकों को नॉमिनेशन का विकल्प दिया जाएगा। वहीं, अगर निवेशक चाहें तो किसी को नामित किए बिना भी खाता खोल सकते हैं। एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? बाजार नियामक द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक इस संबंध में एक फॉर्मेट जारी किया है।
गवाह की जरूरत नहीं: इसके अलावा खाताधारक को नॉमिनेशन और घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने होंगे, लेकिन किसी गवाह की जरूरत नहीं एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? होगी। हालांकि, यदि खाताधारक अंगूठे का निशान लगाता है, तो गवाह के हस्ताक्षर जरूरी होंगे। सर्कुलर के मुताबिक ई-साइन सुविधा का उपयोग करके ऑनलाइन नॉमिनेशन और घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर भी किए जा सकते हैं और उस स्थिति में गवाह की जरूरत नहीं होगी।
क्या होता है डीमैट: ये वो अकाउंट होता है, जिसके जरिए आप शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं। इसके जरिए आप शेयर खरीद या बेच सकते हैं। इसके अलावा आईपीओ, एसआईपी, म्युचुअल फंड के अलावा इंट्रा डे जैसे निवेश के जरिए मुनाफा कमा सकते हैं।
Call And Put Option क्या होते है ? और इसमे ट्रेडिंग कैसे करे यहाँ जाने पूरी जानकारी
शेयर बाजार मे निवेश करने वाले और रोजाना ट्रेडिंग करने वाले ऐसे 2 प्रकार के लोग होते है। रोजाना ट्रेडिंग करने ले लिए भी काफी सारे विकल्प मौजूद है ऑप्शन ट्रेडिंग ट्रेडिंग भी ऐसा ही एक विकल्प है जिसमे कॉल और पुट ऑप्शन ट्रेडिंग की जा सकती है। ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास शेयर बाजार का काफी सारा ज्ञान अनुभव जरुरी है हलाकि इसी समय अगर आप इस विकल्प को अच्छी तरह से सिख ले तो ट्रेडिंग करना आसान हो जाता है।
शेयर बाजार मे ट्रेडिंग करने के तरीके :(Ways To Invest In Share Market)
1 कॅश : (Cash)
- शेयर बाजार मे आप सीधे कॅश के जरिये शेयर खरीद सकते है जिसके लिए आपको पूरी शेयर राशि का भुगतान करना पड़ता है। (इसे आप इक्विटी शेयर निवेश ट्रेडिंग कह सकते है)
- इस विकल्पर के जरिये आप सिर्फ आपके पास मौजूद कॅश के जितने ही शेयर खरीद सकते है निवेश कर सकते है।
2 फीचर :(Feature Trading)
- फीचर ट्रेडिंग डेरिवेटिव ट्रेडिंग का एक प्रकार है।
- इस ट्रेडिंग विकल्प मे निवेशक आने वाले तारीख मे निवेश के लिए समझौता करता है।
- फीचर ट्रेडिंग के लिए निवेश करते समय निवेशक को कुल निवेश से सिर्फ कुछ राशि का ही भुगतान करना होता है।
3 ऑप्शन :(Option Trading)
- ऑप्शन ट्रेडिंग मे आपको ट्रेड करने के लिए 2 विकल्प मिलते है जिसके जरिये आप ट्रेडिंग कर सकते है।
- यह विकल्प आम शेयर बाजार से काफी अलग होता है शेयर बाजार मे शेयर की कीमत ऊपर जाने पर आपको मुनाफा होता है।
- लेकिन ऑप्शन ट्रेडिंग मे आप शेयर की कीमत ऊपर या निचे जाने पर भी पैसे कमा सकते है।
- अगर किसी शेयर के निचे जाने पर आप पैसे लगते है और शेयर निचे चला जाता है तो आपको मुनाफा होगा।
कॉल और पुट ऑप्शन क्या है ?(What Is Call And Put Option)
कॉल और पुट ऑप्शन ट्रेडिंग पहली बार समझने मे काफी कठिन लगती है लेकिन एक बार इसके बारे मे जानने के बाद यह काफी आसान हो जाता है।
क्या होता है डीमैट अकाउंट (Demat Account) और शेयर बाजार (Share Market) में ट्रेडिंग के लिए क्यों है जरूरी
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) खुलवाना जरूरी है. आपके पास सेविंग अकाउंट (Saving Account) है इसके बावजूद डीमैट अकाउंट क्यों खुलवाना जरूरी है. इसके अलावा और इसकी उपयोगिता क्या है. उन सभी बातों को सरल भाषा में समझने का प्रयास इस रिपोर्ट में करेंगे.
क्या है डीमैट अकाउंट - What is Demat Account
मान लीजिए कि आपके पास बचत खाता (Saving Account) है और उसमें आप आप अपना पैसा जमा करते हैं. वहीं डीमैट अकाउंट में आप पैसा नहीं जमा कर सकते. टेडर्स जो भी शेयर्स (Share) या बॉन्ड (Bomd) खरीदते हैं उसे ही डीमैट में जमा किया जाता एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? है. डीमैट अकाउंट में शेयर्स जमा रहने की वजह से निवेशक इनकी खरीद-बिक्री तेजी से कर सकते हैं. गौरतलब है कि करीब 30 वर्ष पहले एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता क्या है? डीमैट की सुविधा नहीं थी, उस समय शेयर पेपर फॉर्म में निवेशकों के घर पर पहुंचाए जाते थे. डीमैट के आने के बाद शेयर को डीमैट में ट्रांसफर होने में 1 दिन समय लगता है. इस तरह से Demat Account आपके शेयर, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड का हिसाब रखता है.
शेयरों की खरीद-बिक्री में डीमैट की भूमिका - Role of Demat in Share Trading
शेयर्स की खरीद-बिक्री में डीमैट अकाउंट की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है. किसी शेयर की खरीद होने के बाद शेयर का हिसाब एक डीमैट अकाउंट से हटाकर दूसरे डीमैट अकाउंट में जोड़ दिया जाता है. हालांकि बैंक अकाउंट के मुकाबले डीमैट अकाउंट की कार्यप्रणाली थोड़ी कठिन है. हर किसी को इस प्रक्रिया को समझने में दिक्कत होती है. बता दें कि शेयर्स की हैंडलिंग (Handling) और स्टोरेज (Storage) का हिसाब-किताब डिपॉजिटरी (Depository) करती है.
डिपॉजिटरी (Depository) के पास जमा होते हैं सभी शेयर्स
डिपॉजिटरी (Depository) के पास सभी कंपनियों के शेयर्स जमा होते हैं. डिपॉजिटरी कंपनी के जमा शेयरों को उसके खरीदारों के नाम पर डीमैट में दर्ज कर देती है. सौदा होने की स्थिति में डिपॉजिटरी लेन-देन करने वाले डीमैट अकाउंट के रिकॉर्ड में बदलाव करती है. शेयर बेचने वाले के डीमैट अकाउंट से उतने शेयर हटा दिए जाते हैं. वहीं खरीदने वाले ग्राहकों के डीमैट अकाउंट में उसे जोड़ दिया जाता है. भारत में फिलहाल दो डिपॉजिटरीज CDSL, NSDL काम कर रही हैं. दोनों ही डिपॉजिटरी में भारत सरकार की हिस्सेदारी है.
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