क्या है डिविडेंड?
कुछ कंपनियां अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा देती रहती हैं। मुनाफे का यह हिस्सा वे शेयरधारकों को डिविडेंड के रूप में देती हैं। इन कंपनियों के शेयर खरीदते हैं तो इसमें 2 तरह से फायदा होता है।

एक बार शेयर खरीदकर 2 तरह से पा सकते हैं मुनाफा, जानें क्या होता है डिविडेंड

IT Stock : इस आईटी कंपनी ने किया 20 रुपये डिविडेंड का ऐलान, जानिए शेयर में आई कितनी तेजी

खास बात यह है कि ऑलसेक टेक्नोलॉजिस लिमिटेड का शेयर पिछले 5 दिन में अपने शेयरधारकों को 8 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न भी दे चुका है

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Allsec Technologies Ltd Share : इस स्मॉलकैप आईटी कंपनी सितंबर, 2022 तिमाही में दमदार नतीजे पेश करने के साथ अपने शेयरहोल्डर्स को 20 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है। खास बात यह है कि शेयर पिछले 5 दिन में अपने शेयरधारकों को 8 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न भी दे चुका है। हम यहां आईटी कंपनी ऑलसेक टेक्नोलॉजिस लिमिटेड की बात कर रहे हैं।

5 फीसदी चढ़ा शेयर

सोमवार, 31 अक्टूबर, 2022 को शेयर बीएसई पर इंट्राडे में 5 फीसदी की दमदार रैली के साथ 549.90 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। सुबह 10 बजे शेयर 3.88 फीसदी मजबूत होकर 544 रुपये पर कारोबार कर रहा है।

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Allsec Technologies Ltd लगभग 800 करोड़ रुपये की मार्केट वैल्यू वाली आईटी कंपनी है। यह आउटसोर्सिंग सॉल्युशंस में प्रमुख कंपनी है और बिजनेस में व्यापक बदलाव से जुड़ी सेवाएं देती है।

जानिए क्या है रिकॉर्ड डेट

कंपनी ने हाल में एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, Allsec Technologies के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की 28 अक्टूबर, 2022 को हुई मीटिंग में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 10 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयर पर 20 रुपये प्रति इक्विटी शेयर अंतरिम डिविडेंड (Interim Dividend) देने का ऐलान किया गया। इसके पेमेंट के लिए, 7 नवंबर, 2022 की रिकॉर्ड डेट तय की गई है। Interim Dividend का पेमेंट डेट के ऐलान के 30 दिन के भीतर कर दिया जाएगा।

कंपनी शेयर के मार्केट प्राइस की तुलना में आपको कितना डिविडेंड मिला, ऐसे करें कैलकुलेट

डिविडेंड देना कंपनियों के लिए अनिवार्य नहीं होता है, फिर भी कुछ कंपनियां शेयरहोल्‍डर्स को डिविडेंड देती हैं. डिविडेंड मिलने से शेयरहोल्‍डर्स का मुनाफा तो समझ में आता है, लेकिन क्‍या आपने कभी सोचा है कि इससे कंपनियों का क्‍या फायदा होता है ?

जब कोई कंपनी साल भर में कमाए गए अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा शेयरहोल्डर्स में बांटती है तो उसे डिविडेंड कहा जाता है. डिविडेंड भी शेयर मार्केट में कमाई का काफी प्रचलित तरीका है. हालांकि सभी कंपनियां शेयरधारकों को डिविडेंड नहीं देती हैं, क्‍योंकि डिविडेंड देना कंपनियों के लिए अनिवार्य नहीं होता है. ऐसी तमाम कंपनियां हैं जो मुनाफे की रकम को बिजनेस के विस्‍तार और ग्रोथ में लगा देती हैं.


क्‍यों डिविडेंड देती हैं कंपनियां

डिविडेंड से कंपनी का सीधेतौर पर कोई फायदा नहीं होता. लेकिन कई कंपनियां अपने मुनाफे में शेयरहोल्डर्स को भी हिस्सेदारी मानती हैं और उनकी खुशी और कंपनी पर भरोसा बनाए रखने के लिए डिविडेंड बांटती हैं. वहीं कई बार कंपनियां शेयरों में गिरावट को रोकने या फिर और अधिक शेयरधारकों को आकर्षित करने के लिए भी डिविडेंड बांटती हैं. इससे आकर्षित होकर ज्‍यादा से ज्‍यादा उस कंपनी के शेयरों में निवेश करते हैं और इससे कंपनी के शेयर्स के रेट्स में उछाल आता है. अगर शेयरहोल्‍डर्स को शेयर्स में कुछ घाटा भी हुआ है तो डिविडेंड से उस घाटे की भरपाई हो जाती है. ज्‍यादातर निवेशक ऐसी कंपनियों की तलाश में रहते हैं, जो ज्‍यादा से ज्‍यादा डिविडेंड देती हैं. यानी डिविडेंड के जरिए निवेशक कंपनी से जुड़ा रहता है और उसका भरोसा कंपनी पर बना रहता है.

डिविडेंड हर तिमाही के नतीजे के साथ दिया जाता है. ये कंपनियों पर निर्भर करता है कि वो डिविडेंड कब देती हैं, कितना देती हैं और कितनी बार देती हैं. कुछ कंपनियां साल में एक बार तो कुछ दो-तीन बार भी दे सकती हैं. डिविडेंड आपके अकाउंट में कैश में भी आ सकता है या फिर एडिशनल स्टॉक में रिइन्वेस्टमेंट के तौर पर भी मिल सकता है.


आपको कितना डिविडेंड मिला ?

प्रति शेयर पर मिलने वाले लाभांश को डिविडेंड यील्ड कहते हैं. डिविडेंड यील्ड का इस्तेमाल ये पता करने में होता है कि कंपनी शेयर के मार्केट प्राइस की तुलना किसी कंपनी ने आपको कितना डिविडेंड‍ दिया है. उदाहरण से समझिए जैसे -

राजू की कंपनी है A और श्‍याम की कंपनी है B. राजू की कंपनी ने भी 40 रुपए डिविडेंड दिया और श्‍याम की कंपनी ने भी 40 रुपए डिविडेंड दिया. लेकिन मार्केट प्राइस के हिसाब से किस कंपनी ने ज्‍यादा डिविडेंड दिया, इसका पता ऐसे लगेगा. मान लीजिए A का शेयर प्राइस 1000 रुपए और B का शेयर प्राइस 2000 रुपए है. 40X100/1000 = 4% और 40X100/2000 = 2% . इस तरह राजू की कंपनी ने 4 प्रतिशत और श्‍याम की कंपनी ने 2 प्रतिशत डिविडेंड दिया.

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जब कंपनी अपने profit का कुछ हिस्सा अपने शेयर होल्डर्स के साथ शेयर करती है, उसे dividend कहते है। वर्तमान में भारत में 10 लाख तक के dividend पर शेयर होल्डर्स को कोई टैक्स नहीं देना पड़ता।

  • अपने share holders को डिविडेंड देना किसी भी कंपनी के लिए अनिवार्य नही होता है।
  • अगर कोई कंपनी हर बार अपने लाभांश का हिस्सा अपने शेयर होल्डर्स के साथ बांट रही है तो आपको इसकी गारंटी नही है की वो आगे भी dividend देगी।
  • Dividend देने से संबंधित सभी अधिकार कंपनी के Board of directors के पास होते है।
  • आपने देखा होगा छोटी कंपनी बहुत कम ही dividend देती है क्योंकि अभी उन्हें और ग्रो करना है।
  • कंपनी हमेशा dividend अपने शेयर की face value पर ही देती है। जैसे किसी कंपनी के शेयर की कीमत मार्केट में ₹10000 है और फेस वैल्यू ₹100 है, और कंपनी कहती है की हम इस बार 100% dividend देने वाले है तो वो इस बार हर शेयर पर ₹100 देने वाली है।

dividend yield क्या होता है उदाहरण सहित

dividend yield का अर्थ कंपनी ने अपने शेयर की कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है मार्केट वैल्यू का कितना प्रतिशत dividend (लाभांश) दिया है।

जैसे दो कंपनी Jaipur और alwar दोनो ने अपने प्रत्येक शेयर पर ₹20 डिविडेंड दिया है तो आप dividend yield का प्रयोग कर कंपनी की मार्केट वैल्यू से dividend का प्रतिशत निकाल सकते हो।

Jaipur कंपनी के शेयर की कीमत ₹500 और उसने dividend दिया है ₹20 तो आप 20÷500×100 करदे जिससे dividend का प्रतिशत 4% निकलकर आएगा और ऐसे ही आप दूसरी कंपनी alwar के शेयर की कीमत ₹2000 होगी तो इसके dividend का प्रतिशत 1% निकलेगा।

dividend yield को शेयर प्राइस प्रभावित करती है या कई बार कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है कंपनियां ही ज्यादा dividend देती है।

ये कंपनियां देती है डिविडेंड

देश में ऐसी कंपनियों की कमी नहीं हैं, जो अपने शेयरधारकों को समय-समय पर डिविडेंड देती हैं. ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनियों की सूची में कोल इंडिया, वेदांता लिमिटेड, बीपीसीएल, आईओसी, आरईसी, NMDC, NTPC और सोनाटा सॉफ्टवेयर जैसी कंपनियां शामिल हैं.

(Disclaimer: हम यहां निवेश की सलाह नहीं दे रहे हैं. यह डिविडेंड स्टॉक के बारे में एक जानकारी है. स्टॉक मार्केट के अपने जोखिम है. निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)

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शेयर बाजार: बायबैक और डिविडेंड से शेयर निवेशकों को मिलता है ज्यादा फायदा, कंपनियां समय-समय पर देती हैं इसका लाभ

कुछ कंपनियां अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा देती रहती हैं। मुनाफे का यह हिस्सा डिविडेंड के रूप में देती हैं - Dainik Bhaskar

अगर आप किसी शेयर में निवेश करते हैं और इसके बाद अगर उसमें ग्रोथ होती है तो उसका फायदा आपको मिलता है। लेकिन क्या ऐसा हो सकता है कि एक ही जगह निवेश करें और उस पर 3 तरह से आपको मुनाफा हो। शेयर मार्केट में सिर्फ शेयर की कीमत बढ़ने से ही निवेशकों को फायदा नहीं होता। इसके अलावा बायबैक और डिविडेंड से भी आपको समय-समय पर फायदा होता रहता कंपनियां डिविडेंड क्यों देती है है। आज हम आपको बायबैक और डिविडेंड के बारे में बता रहे हैं।

बायबैक क्या होता है
बायबैक का मतलब जब कोई कंपनी अपने शेयरों को बाजार से वापस खरीदती है।

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