IND MONEY के जरिये Demat Account खोलने के लिए आपके पास होना चाहिए PAN CARD, AADHAR CARD या पता दस्तावेज़ और Bank Account। उसके बाद बहुत ही कम समय में आपका अकाउंट खोल दिया जायेगा। आपको याद रखना बहुत जरूरी है आप IND MONEY के जरिये DRIVER WEALTH को शेयर खरीदने के लिए पैसा दिया हैं।

How to invest US stock market in hindi अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार में निवेश

How to invest US stock market in hindi | अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार में निवेश

बहुत सारे लोगों के मन में ये जरुर आता है कि कैसे भारत से अमेरिका या अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करे? US stock कैसे खरीदते है, कैसे इन्वेस्ट करते हैं। इस पोस्ट कि जरिये आज हम हर एक स्टेप बताएँगे जो की आपको जानना बहुत जरुरी हैं। कैसे US शेयर मार्केट में कैसे इन्वेस्ट करे (How to invest US stock market in hindi)। US स्टॉक मार्केट में निवेश करने के तरीके आप बहुत ही कम पैसा से US Stock Market में इन्वेस्ट सुरु कर सकते हैं।

अमेरिका शेयर बाज़ार में कैसे इन्वेस्ट करे:-

जिस तरह भारतीय शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए आपको Demat Account की जरुरत होता हैं। ठीक उसी तरह अमेरिका शेयर बाज़ार में इन्वेस्ट करने के लिए भी आपको एक Demat Account कि जरुरत पड़ेगी। देमत अकाउंट खोलने के लिए आपको बहुत सारे ब्रोकर मिल जायेगा उनमे से एक है IND MONEY। इस एप्प के जरिये आप अमेरिका में Demat Account खोल सकते हैं जिसका नाम हैं DRIVER WEALTH.जहां आपका स्टॉक स्टोर होते हैं।

US शेयर मार्केट US स्टॉक मार्केट में निवेश करने के तरीके में कैसे इन्वेस्ट करे (How to invest US stock market in hindi)

आप जब अकाउंट खोल लेंगे तब आपको DRIVE WEALTH को Beneficiary Add करना होगा। आपका पैसा US शेयर मार्केट इन्वेस्ट करने के लिए भारत से पेमेंट करना होगा। पेमेंट करने के लिए दो तरीका है एक तो ऑनलाइन लेकिन इसमें केबल 4 बैंक ही पेमेंट करता है ICICI,HDFC,IDFC,KOTAK। ऑफलाइन में आप अपने बैंक में जाकर पेपर फॉर्मेट में जमा करना होगा तभी DRIVE WEALTH में आपका पैसा जमा होगा। आपके पास यदि उन 4 बैंक है तो घर से ही पैसा लोड कर सकेंगे।

Charge कितना होगा:-

आप एक देश से दूसरे देश में पैसा ट्रान्सफर कर रहे हो इसलिए आपको चार्ज देना पड़ता है। आपको एक ट्रान्सफर पर 1000 रूपया देना पड़ता हैं. इसलिए आपको थोड़ा ज्यादा पैसा ट्रांसफर करना चाहिए। IND MONEY चार्ज नहीं करता. बैंक से पैसा काटने के बाद आपके एप्प में 3 से 5 दिन में पैसा देखने को मिलेगा।

आप कम पैसे से भी शेयर खरीद सकते है:-

भारत में आप एक शेयर का भाग करके आप नहीं खरीद सकते हैं। लेकिन अमेरिका शेयर मार्केट में आप जितना भी पैसा है उतना भाग शेयर खरीद सकते हैं। उदाहरण के लिए Google का शेयर 2 लाख है लेकिन आपके पास 20 हजार रूपया है आप Google का 1/10% भी खरीद सकते है. उसी तरह आप उतना ही शेयर बेच सकते हैं।

अमेरिका शेयर बाज़ार से पैसा कैसे निकले :-

जब आप इन्वेस्ट करके पैसा निकालना है, आपने जो भी अकाउंट रजिस्टर में दिया था उसी बैंक अकाउंट में आ जायेगा। कम से कम 5 से 10 दिन में आपका पैसा बैंक में आएगा। withdraw फीस आपको एक बार में 20 डॉलर देना पड़ता हैं। इसलिए आप जितना ज्यादा हो सके एक बार में ही निकलना चाहिए।

आपका यदि पैसा थोड़ा कम है तो आप बिल्कुल US Stock Market में नहीं इन्वेस्ट करना चाहिए। आपको अपने शेयर मार्केट में ही इन्वेस्ट करना चाहिए। आपके पास थोडा ज्यादा पैसा है तो मेरी राय में आपको विदेश के मार्केट में भी इन्वेस्ट करना चाहिए इससे आपका पोर्टफोलियो में संतुलन रहेगा।

घर बैठे लगाएं विदेशी बाजारों में पैसा, Apple-Tesla जैसे शेयर में सिर्फ 100-200 रुपए लगाकर करें शुरुआत

US Stocks: यूएस मार्केट में कुछ शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक है.

US Stocks: यूएस मार्केट में कुछ शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक है.

Invest in Us Stocks: शेयर में पैसे लगाने की बात कहें तो आमतौर पर हम किसी कंपनी के कुछ स्टॉक खरीदते हैं. स्टॉक की संख्या 10, 20 या कुछ भी हो सकती है. बहुत महंगे शेयर हर तरह के निवेशक नहीं खरीदते हैं. घरेलू बाजार की बात करें तो एक तरीका यह हो सकता है कि ​हम सीधे शेयर खरीदने की बजाए ऐसे म्यूचुअल फंड में पैसे लगाएं, जिसने उस स्टॉक में निवेश किया हो. लेकिन अगर हम एप्पल, गूगल, अमेजॉन और टेस्ला जैसे महंगे विदेशी शेयरों की बात करें तो इसका क्या तरीका है. यूएस स्टॉक मार्केट में कुछ शेयर ऐसे हैं, जिनकी भारतीय रुपये में कीमत 1.5 से 2.5 लाख या इससे भी ज्यादा है. अगर आप भी इन शेयरों में हिस्सेदार बनना चाहते हैं तो टेंशन ना लें, फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग एक ऐसा तरीका है, जिससे यह काम आसानी से हो सकता है.

कुछ महंगे विदेशी शेयरों की रुपये में कीमत

गूगल: 1.76 लाख रुपये (2408 डॉलर)

फेसबुक: 24090 रुपये (330 डॉलर)

अमेजॉन: 2.40 लाख रुपये (3281 डॉलर)

टेस्ला: 43750 रुपये (599 डॉलर)

एप्पल: 9271 रुपये (127 डॉलर)

मौजूदा समय में कई आनलाइल एडवाइजरी और इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म पर फ्रैक्शनल इन्वेस्टिंग की सुविधा दी जा रही है. इसमें 1 शेयर से कम भी आप खरीद सकते हैं. ये प्लेटफॉर्म निवेशकों को यह सुविधा देते हैं कि वे कम से कम 1 डॉलर से विदेशी शेयरों में निवेश की शुरूआत कर सकते हैं. जितना निवेश होगा, कीमत की रेश्यो में शेयर का उतना हिस्सा निवेशक के पोर्टफोलियो में जुड़ जाएगा.

यहां US स्टॉक मार्केट में निवेश करने के तरीके इसे ऐसे समझ सकते हैं कि मान लीजिए किसी शेयर का भाव 200 डॉलर और आपने उसमें 10 डॉलर निवेश US स्टॉक मार्केट में निवेश करने के तरीके किया है. तो शेयर का 0.05 फीसदी हिस्से के आप मालिक बन जाएंगे. इसी तरह से मान लिया कि आप एप्पल का शेयर में मौजूदा समय में 2 डॉलर निवेश करना चाहते हैं. ऐसे में आपको 0.015 हिस्सा मिल जाएगा. एप्पल का शेयर अभी 127 डॉलर का है.

भारत में बैठ कर कीजिए अमेरिकी शेयर बाजार में निवेश

अमेरिकी स्टॉक में करें निवेश एक डॉलर से

अमेरिकी स्टॉक में करें निवेश एक डॉलर से

  • शून्‍य ब्रोकरेज फीस के साथ यूएस स्‍टॉक्‍स में असीमित ट्रांजेक्‍शंस कर सकेंगे भारतीय निवेशक
  • एक से भी कम शेयर में निवेश करने की सुविधा
  • ऐमजॉन, गूगल या बर्कशायर हैथवे जैसे ऊंची कीमतों वाले शेयर्स में भी न्‍यूनतम 200 से निवेश शुरू कर सकते हैं
  • प्रोफेशनल्‍स द्वारा तैयार किये गये पोर्टफोलियोज और स्‍टॉकस व ईटीएफ के थीम-आधारित बास्‍केट्स में मिलेगा निवेश का मौका

कुछ क्लिक में हो जाएगा यूएस स्टॉक में निवेश
अब निवेशक मात्र कुछ ही क्लिक्‍स में फेसबुक, एप्‍पल, नेटफ्लिक्‍स, गूगल व अन्‍य कंपनियों के शेयर्स की खरीद/बिक्री कर सकते हैं; या थीम-आधारित बाजारों या ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं। विशाल वैश्विक बाजार की आसान उपलब्‍धता के साथ, निवेशक न केवल भौगोलिक डाइवर्सिफिकेशन का लाभ ले सकते हैं बल्कि अपने पोर्टफोलियो को एक देश और एक मुद्रा के जोखिम से बचा सकते हैं। यह विशिष्‍ट समाधान, प्रोफेशनल्‍स द्वारा तैयार किये गये पोर्टफोलियो और थीम-आधारित स्टॉक्‍स व ईटीएफ उपलब्‍ध कराता है, जिसे लेने से लेकर फंड ट्रांसफर की पूरी प्रक्रिया डिजिटल है और इस प्रकार, यह सुनिश्चित करता है कि ग्‍लोबल इन्‍वेस्टिंग #सिम्‍पल है।

अमेरिका में मंदी? बेरोजगारी भत्ते की कतार में 2 लाख लोग, आर्थिक गतिविधि सुस्त, भारत में दिखेगा असर?

भारतीय शेयर मार्केट में कई दिनों से नजर आ रही है गिरावट.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2022,
  • (अपडेटेड 23 दिसंबर 2022, 9:32 AM IST)

अमेरिकी मार्केट में गिरावट (US Market Fall) थमने का नाम नहीं ले रही है. गुरुवार को हेवी-टेक्नोलॉजी नैस्डैक (Nasdaq) 2 फीसदी की गिरावट के साथ क्लोज हुआ. निवेशकों को इस बात की चिंता थी कि फ्लेक्सिबल इकोनॉमिक डेटा अमेरिकी फेडरल रिजर्व को ब्याज दरों में बढ़ोतरी से अधिक समय तक रोके रखेंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. फेडरल रिजर्व ने अपना आक्रामक रुख बरकरार रखा. इस वजह से अमेरिका में मंदी की आशंका गहरा रही है, जिसकी वजह से निवेशक अब रिस्क लेने के मोड में नजर नहीं आ रहे हैं.

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बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन

लेकिन इस दौरान श्रम विभाग ने कहा कि देश में बेरोजगारी भत्ता का लाभ के लिए आवेदन पिछले सप्ताह बढ़कर 2,16,000 हो गए हैं. हालांकि, 2,22,000 के इकोनॉमिस्ट अनुमान से कम थे. एक तीसरी रिपोर्ट में पता चला कि लगातार नौवें महीने में अमेरिका में आर्थिक गतिविधियों में गिरावट आई है.

जानकारों का मानना है कि अमेरिका 2022 की सबसे बड़ी चिंताओं में से एक साथ नए साल में प्रवेश करने जा रहा है. एक्सपर्ट्स की मानें तो अमेरिका 2022 की बड़ी चिंताओं में से एक के साथ आगे बढ़ रहे हैं. 2023 के बारे में उच्च महंगाई दर के दबाव को लेकर फेडरल रिजर्व की प्रतिक्रिया थी, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में और शायद विश्व स्तर US स्टॉक मार्केट में निवेश करने के तरीके पर भी मंदी के संकेत हैं.

अमेरिकी बाजार का हाल

अमेरिकी मार्केट लगातार लाल निशान में क्लोज हो रहा है. गुरुवार को डॉउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज (.DJI) 348.99 अंक या 1.05 फीसदी गिरकर 33,027.49 पर, S&P 500 (.SPX) 56.05 अंक या 1.45 फीसदी गिरकर 3,822.39 पर और नैस्डैक कंपोजिट (.IXIC) 233.25 अंक या 2.18 फीसदी टूटकर 10,476.12 पर क्लोज हुआ.

(1) अंतरराष्ट्रीय स्टॉक वाले म्यूचुअल फंड्स में निवेश

विदेशों में निवेश का दूसरा तरीका सेक्टोरल या थीमैटिक फंड हैं. सेक्टोरल या थीमैटिक म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग में भारतीय और विदेशी शेयरों का मिश्रण हो सकता है. यानी इस तरह के फंड्स में ऐपल, गूगल सहित भारतीय कंपनियां शामिल हो सकती हैं.

(2) इंडेक्स फंड

एक और तरीका है जिसे इंडेक्स फंड कहा जाता है…. जिस तरह भारतीय शेयर बाजारों US स्टॉक मार्केट में निवेश करने के तरीके के अलग-अलग इंडेक्स के लिए इंडेक्स फंड उपलब्ध हैं उसी तरह वैश्विक शेयर बाजारों के लिए भी इंडेक्स फंड हैं… वैश्विक बाजारों में निवेश करने वाले इंडेक्स फंड भी दुनिया के किसी एक शेयर बाजार के किसी एक इंडेक्स को ट्रैक करके निवेश करते हैं… मोतीलाल ओसवाल एसएंडपी 500 इंडेक्स फंड इसका एक उदाहरण है.

वैश्विक बाजारों में निवेश का एक और तरीका इंटरनेशनल एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या ईटीएफ भी हैं, ये ईटीएफ सामान्य तौर पर 2 तरह हो सकते हैं- Country specific और Country neutral. Country specific ईटीएफ आपको किसी चुनिंदा देश में निवेश करने की अनुमति देते हैं. उदाहरण के लिए, वैनएक्क वेक्टर्स वियतनाम ईटीएफ आपको वियतनाम इक्विटी बाजार में निवेश करने की अनुमति देता है. दूसरी ओर, Country neutral ईटीएफ आपको पूरी दुनिया में निवेश करने की अनुमति देते हैं.

(4) सीधा निवेश

ऐसा नहीं है कि सिर्फ फंड्स या ईटीएफ के जरिए ही आप अमेरिकी या अन्य विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं, बल्कि सीधे निवेश का तरीका भी है, जैसे भारतीय शेयर बाजार में निवेश के लिए आप ब्रोकर के जरिए ट्रेडिंग कर सकते हैं, ठीक उसी तरह अमेरिकी बाजारों में भी कर सकते हैं, बशर्ते अमेरिकी ब्रोकर हायर करना होगा या फिर भारत में जो ब्रोकर अमेरिकी बाजारों में निवेश की सुविधा दे रहे हैं उनसे संपर्क करना होगा… दोनों ही परिस्थितियों में आपको इंटरनेशनल ट्रेडिंग खाता भी खोलना पड़ेगा और ट्रेडिंग के लिए करेंसी को डॉलर में बदलवाना होगा.. ऐसा करके आप सीधे ऐपल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं.

(5) इंडियन डिपॉजिटरी रिसीट्स (IDRs)

आप इंडियन डिपॉजिटरी रिसीट्स यानी आईडीआर के जरिए भी विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं. आईडीआर मूल रूप से भारतीय करेंसी में होता है और सेबी रजिस्टर्ड डिपॉजिटरी इसे तैयार करता है. आईडीआर को कंपनी की इक्विटी के बदले जारी किया जाता है ताकि विदेशी कंपनियों को भारत से धन जुटाने में सक्षम बनाया जा सके. चूंकि विदेशी कंपनियों को भारतीय शेयर बाजार में लिस्टिंग कराने की अनुमति नहीं है, आईडीआर उन कंपनियों के शेयरों को खरीदने का एक तरीका है.

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